अब भरोसा न कर तू खुद का...गीत-
कमल विहार, जिला-रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकई दास धार एक गीत सुना रहे हैं:
अब भरोसा न कर तू खुद का-
कब निकल जाये सुआ पिंजड़े का-
खून और मांस से ये तन तो बनी है-
आधार के लिये तन में हड्डियाँ लगी हैं-
घमंड न कर कोमल तन का कब निकल जाये-
मानव प्राणी सबसे कीमती है जग में-
सजाता है तन को अनेको रंग में...