न मै देख लो मोर इसु के...मसीह गीत-
जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से संध्या खलको एक गीत सुना रही हैं:
न मै देख लो मोर इसु के-
न मै नीद लों मोर मसी से-
का हो गलेच मोके-
याद आबे इसु बार बार-
डूब डोंक में तोर याद आबे ला-
निराषा में भी तै आशा देबेच ला-
का हो गलेच मोके-
याद आबे इसु बार बार...