करले माँ को प्रणाम अपने पिता को प्रणाम...गीत-
ग्राम-गारे, भण्डार पारा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से रामेश्वर राम मरावी एक गीत सुना रहे हैं:
मंदिर में न मिलेंगे गुरुद्वारे न मिलेंगे-
घर पे ही बैठे हैं तेरे भगवन-
करले माँ को प्रणाम अपने पिता को प्रणाम-
उंगली पकड़कर चलना सिखाया-
भूखे रहकर तुझे खिलाया-
कष्ट कभी जो आया तुझपर-
हरदम तेरा साथ निभाया...