कान्हा तेरी ये बंशी पागल कर जाती है...गीत-
ग्राम-घोडागाँव, ब्लॉक, जिला-कोंडागाँव (छत्तीसगढ़) से लखेश्वरी सेठिया एक गीत सुना रही हैं:
कान्हा तेरी ये बंशी पागल कर जाती है-
तुम बाँस की होकर भी हमको तड़पाती है-
तुम सोने के होते तो तुम क्या करते बंशी-
कान्हा तेरी ये बंशी पागल कर जाती है-
तुम सोने के होते तो तुम क्या करते बंशी...