कौव ना तेलना जरे राति, ठपके लोर गिरे छाती...छत्तीसगढ़ी गीत-
ग्राम-कोट्या, तहसील-प्रतापपुर, जिला-सुरजपुर (छत्तीसगढ़) से मेवालाल देवांगन छत्तीसगढ़ी एक गीत सुना रहा है:
कौव ना तेलना जरे राति, ठपके लोर गिरे छाती-
का कर दिया ना का कर बाती, ठपके लोर गिरे छाती-
माटी के दिया ना छिथरा के बाती, ठपके लोर गिरे छाती-
करुवा ना तेलना जरे राति, ठपके लोर गिरे छाती-
कौव ना तेलना जरे राति, ठपके लोर गिरे छाती...