सब में तू मीत है सब तुझमे निहित है...कविता
ग्राम-सिंगपुर, तहसील-पंडरिया, जिला-कबीरधाम, (छत्तीसगढ़) से ओमकार सिंह मरकाम एक कविता सुना रहे हैं:
समंदर की लहरें सुनहरी रे श्रद्धा नन्द तीर्थ यात्रा-
रामेश्वरम् दीप सिखा छोटी साड़ी दुनिया-
सब में तू मीत है सब तुझमे निहित है-
तेरी बाहीं में पला मै मेरी कायनात रही तू-
जब छिड़ा युद्ध छोटा सा मै-
जीवन बना था चुनौती जिन्दगी...