राती के तो देखो न तोर सुरतिया, अरे दिने काहे डूब गईले चांदो...गीत-
ग्राम-सुरसा, पोस्ट-काला बरती, थाना-चलगली, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से चंदरसाय एक गीत सुना रहे हैं :
राती के तो देखो न तोर सुरतिया-
अरे दिने काहे डूब गईले चांदो-
कभी राती के तो देखो न तोर सुरतिया-
अरे सूपगे तो पूछो न, गोटे डहर खोजो न-
आज पूणिमा देखल देखे तोरे रूप-
पुरुब से उगेले पक्षिम गेले डूब...