यह जीवन है कागज की पुड़िया, हवा चलत उड़ जाना...दादरा गीत-
जिला-शहडोल (मध्यप्रदेश) से मुनिया बाई एक दादरा गीत सुना रही हैं:
यह जीवन है कागज की पुड़िया-
हवा चलत उड़ जाना-
राम कहने में कभी न भुलाना-
जीवन मा नई है ठिकाना-
यह जीवन है नमक का डरिय-
बूंद पड़त घुर जाना...