जब तक सामाजिक कार्यकर्ता, वकील सुधा भारद्वाज को रिहा नही किया जाता आन्दोलन करते रहेंगे...
सुधा भारद्वाज शंकर गुहा नियोगी जी के समय में दिल्ली से दल्ली राजहरा छत्तीसगढ़ में आई थी, और मजदूर यूनियन के सांथ काम करती रही फिर मजदूरो के कहने पर वकालत शुरू की और दुर्ग कोर्ट से बिलासपुर हाईकोट में वकीलों का टीम बनाकर जनहित में काम करने लगी, उन्होंने उद्योगपतियों के खिलाफ केस लड़ी और बस्तर में हो रहे फर्जी मुठभेड़ का केस लड़ी, उन्होंने महिलाओं पर हो रहे यौन शोषण पर आवाज उठाई, सोनी सोरी का केस लड़ी, फर्जी एनकाऊंटर पर छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकारियों पर सवाल उठने लगे, जिसके कारण सुधा भारद्वाज को माओवादी बताकर सरकार गिरफ्तार करना चाह रही है, सुप्रीमकोर्ट सुधा भारद्वाज से परिचित है, इसलिए गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया, उनका कहना है जब तक सुधा भारद्वाज को रिहा नही किया जाता वे आन्दोलन करते रहेंगे|