ही नवाडीह का सिकात उनकरो होई बड़ी बेकार...सादरी गीत
ग्राम-कुरूमगढ़, ब्लाक-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखंड) से प्रभु यादव एक सादरी गीत
सुना रहे हैं:
ही नवाडीह का सिकात उनकरो होई बड़ी बेकार-
बेहला के बाघ धरे रे होई चराद देखी बेकार-
सीता बाघ के मारबो एक फरे सखी मारबो फरे-
ही चरवाह कोय आगे नई जाये सब घूरे बछे बोहाये-
कपथे नीतो डरे रे होई चराद देखी बेकार-
ये नवाडीह का सिकायत उनकरो होई बड़ी बेकार...