अब चिता नर भूल गए, पंछी के जात रतै...सरगुजिहा खेमटा गीत-
मानपुर, तहसील-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से बिगनराम एक सगुजिहा करमा खेमटा गीत सुना रहे हैं, इस गीत को करमा खेलते समय भादो महीने में गाया जाता है :
भज ले गोविंदा बहान, गया प्राण- अब चिता नर भूल गए, पंछी के जात रतै- उडी चली जा तकि विन्द्रा वन जाय रहते- जान ला झन खेला लेया हेरे नजरी भरी देखे रहते...