लोगो के पास रहने के लिए झोपड़ा नही, पर कितने बिल्डिंग खंडहर हो रहे...कविता
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़, (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक रचना सुना रहे है:
लोगो के पास रहने के लिए, झोपड़ा नही, पर कितने बिल्डिंग, खंडहर हो रहे-
लोगो को खाने को नही मिल रहा, पर कितना खाना कूड़े में, फेक दिया जाता-
लोगो को पीने को पानी नही मिल रहा, पर कितना पानी गटर नाली में बहाया जाता है-
लोगो को पहनने को कपड़ा नही मिलता, पर कितने कपड़े कूड़े दान में फेका जाता है-
धनवान मौज मस्ती कर रहा है, पर निर्धन मन अफ़सोस कर रह जाता है-
इन पर शासन का ध्यान, क्यों नही जाता...