नेता घर-घर जाता, पैर पकड़कर मांगता...व्यंग्य रचना
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडिहारी एक व्यंग्य रचना सुना रहे हैं :
नेता घर-घर जाता पैर पकड़कर मांगता-
किसी को कुछ नहीं देता अपने ही घर भरने के फिराक में रहता-
पांच साल में एक बार आता, सांथ में 100-50 शहर घुमाता-
मीठी-मीठी बाते करता अपना झोली भरके ले जाता-
फिर दर्शन नही देता छुप-छुप कर रहता-
कभी सामने नही आता अपना मुह घुमा लेता...