देश की जनता भूख से मरती...कविता -
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार विनय महाजन की एक रचना सुना रहे है:
देश की जनता भूख से मरती-
देखो भ्रष्ट्राचारी बेरोजगारी ठेकेदारी महँगाई की मार है-
देखो भ्रष्ट्राचारी बेरोजगारी ठेकेदारी महँगाई की मार है-
धर्म-धर्म खेलने वाले तू हमारे देश में-
बेईमानों नें डेरा डाला इन्सानों के देश में-
इन्सानों के देश में....