हे हंसवाहिनी, हे शारदे माँ...सरस्वती भजन गीत -
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार माँ सरस्वती का भजन गीत सुना रहे है:
हे हंसवाहिनी, हे शारदे माँ-
विद्या का तू उपहार दे माँ-
जीवन पथ पर बढ़ती जाऊँ-
अपनों का विश्वास बनूँ माँ-
अंधियारे को दूर भगा दूँ-
ऐसी तेरी दास बनूँ माँ-
तेरी महिमा जग में गाउँ-
अधरों को तू उदगार दे माँ-
हे हंसवाहिनी, हे शारदे माँ-
विद्या का तू उपहार दे माँ-
मधु का स्वाद लिए है ज्यो अब-
विष का भी मैं पान करूँ माँ-
फूलों पर जैसे चलती हूँ-
शूलों को भी पार करूँ माँ-
तूफानों में राह बना लूँ-
ज्ञान का तू भण्डार दे माँ-
हे हंसवाहिनी, हे शारदे माँ-
विद्या का तू उपहार दे माँ...