मायाराम सुरजन ऐसे व्यक्ति थे जिनमें किसी से दुश्मनी, कड़वाहट या बदला लेने की भावना नहीं थी...
मायाराम सुरजन का जीवन हमेशा चुनौतियों से जूझने में बीता लेकिन उन्होंने कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और अपने इन्हीं मूल्यों को पोषित करने की दृढ़ता के कारण बड़ी कीमतें चुकाईं। कई बार उन्हें आर्थिक तंगी और भावनात्मक स्तर पर भी गहरी चिंता का सामना करना पड़ा था। वे ऐसे व्यक्ति के रूप में जिए, जिनमें किसी से दुश्मनी, कड़वाहट, या बदला लेने की भावना नहीं थी। पत्रकारिता जगत के मार्गदर्शक के रूप में ख्यात श्री मायाराम सुरजन सही मायनों में स्वप्नदृष्टा और कर्मनिष्ठ तथा अपने बलबूते सिद्ध एक आदर्श पुरुष थे। वे बहुपठित और जनप्रिय राजनैतिक टिप्पणीकार थे और अनेक कृतियों के लेखक भी। मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के, अंतरंग, सबको सन्मति दे भगवान, धूप छांव के दिन आपकी प्रमुख प्रकाशित किताबे है