सरे हरे नाना मोर नाना रे ललना...गीत -
सलीवाडा, जिला-मंडला (मध्यप्रदेश) से कलीराम धुर्वे एक गीत सुना रहे हैं :
सरे हरे नाना मोर नाना रे ललना – एक है लरिका कंकालिन के बैठे है गुफा मा – कंकालिन के तैतीस कोटी सोये हैं गुफा मा – पहले बार बजैय ता एक लारिका जागे रे – द्वार के पथरा ला धक्का लगावय रे – सरे हरे नाना मोर नाना रे ललना...