बात बुझावा माई अपने लला के रोकले रहिए कदम तारा जा के...बज्जिका भाषा में गीत-
मालीघाट, मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार बज्जिका भाषा में एक उलाहना गीत सुना रहे हैं :
बात बुझावा माई अपने लला के रोकले रहिए कदम तारा जा के – तोहरा लगा देखेमे लगाले लरिका लगाले जुवान कदम तार जा के – झूठ फूस लागले तोहर बोली कैसे धरु हम एकर सयाना – लरिकन हमारा दूधो छोरलक उ तोरा लगले कैसे सयाना – कखनी से हम हटी घाट पर पारा नईया लेगे ला बीच धार – हमर सहेली सा पर होई गेलई हम कईसे उतरब ओहे पारा...