चल तो गुईया रे आमा बगीचा झुलुवा झुलम रे झुलुवा झुलम रे...गीत
ग्राम-बालूद, जिला-दन्तेवाड़ा, (छत्तीसगढ़) से स्कूल के बच्चे जयकिरन कुमार ठाकुर, उद्देश ठाकुर, रूद्रप्रताप ठाकुर, रघुनाथ ठाकुर एक गीत सुन रहे हैं :
चल तो गुईया रे आमा बगीचा झुलुवा झुलम रे झुलुवा झुलम रे-
कच्चा के फेकाबो के पका के खिलाबो चल सैईया चल रे आमा बगीचा-
काट के तै को आबे लूर-लूर रे सुगा मैना कोयल मधुर गीत गावे-
मीठा-मीठा बोलत गुइया झूला बसईला एरे हिया सोना तुके अपन बनाबो-
ओई आमा बगीचा में जहां दोनों संगे-संगे खेलत रहे रे-
बचपन कर बाद आबे न तोड़ा वे खा ले किरिया कसम न भुलावे...