माँ हो मेरी माँ तू ही है...कविता
ग्राम-तमनार पड़ेगाँव, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से बाल कवि डॉ पुष्प माँ शीर्षक से एक कविता सुना रहे है:
माँ हो मेरी माँ तू ही है-
मेरी मरियम तू ही मेरी सीता है-
श्रीकृष्ण जो उपदेश दिए-
बस तू वही योगिता है-
चलती थी दुर्गम राहो में-
पाँव में चुबे कई काटे थे-
दर्द नहीं होती थी मुझको-
जेहन में तेरी भाते थे...