धरती कर नाम गोंडवाना परे भाई...कविता
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलाश पोया एक कविता सुना रहे हैं:
धरती कर नाम गोंडवाना परे भाई-
मिल जुल के भईया जिंदगी ला बिताई-
धरती के हीरा मोती हमरे बाचाई-
नाती पुती ओला हमरे देखाई-
कागज़ के रुपिय ए मन हमके दिखाई-
हमार सम्पति ला लुटे बर ए मन लगाई-
एक दिना डेरा झोला हमके धराही-
येही दिन डंडा बन्दूक ओमन दिखाई-
मिल जुल के भईया जिंदगी ला बिताई-
धरती कर नाम गोंडवाना परे भाई...