वे लतीफों पर हँसेंगे, व्यंग्य मत करना...रचना
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार, गीरीश पंकज की रचना को सुना रहे है :
वे लतीफों पर हँसेंगे, व्यंग्य मत करना-
आप सम्मानित रहेंगे, व्यंग्य मत करना-
ये सियासी और खा-पी कर अघाए लोग-
चुटकुले इनको पचेंगे, व्यंग्य मत करना-
अब यहाँ हर सिम्त झूठे लोग हिट होंगे-
आप जाने क्या कहेंगे, व्यंग्य मत करना-
किसको लगती है भला कड़वी दवा अच्छी-
लोग बस मीठा चखेंगे, व्यंग्य मत करना-
कान लोगों के यहाँ अब सच नहीं सुनते-
आप पर पत्थर चलेंगे, व्यंग्य मत करना...