चलनी के चालल दुलहा, सूप के फटकारल हे...भोजपुरी रचना -
ग्राम-मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर की एक रचना भोजपुरी भाषा में सुना रहे हैं :
चलनी के चालल दुलहा,सूप के फटकारल हे-
दियकाके लागल दुलहा,दुअरे बाजा बाजल है-
कहत भिखारी हउवन,राम के बनावल है-
चलनी के चालल दुलहा,सूप के फटकारल हे...