जो भी दुनिया को दिया वो नूर ज़िंदाबाद है, जिसकी मेहनत से मिला मज़दूर ज़िंदाबाद है...
मालीघाट ,जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार ) से सुनील कुमार महेश कटारे सुगम की
रचना सुना रहें हैं:
जो भी दुनिया को दिया वो नूर ज़िंदाबाद है-
जिसकी मेहनत से मिला मज़दूर ज़िंदाबाद है-
सुख के संसाधन बनाये दे दिए सबके लिए-
खुद रहा बेबस बहुत मज़बूर ज़िंदाबाद है-
उम्र भर अपना पसीना खेत में बोता रहा-
ख़ुदकुशी करके मरा लातूर ज़िंदाबाद है-
सरहदों पर जो खड़ा चौकस निगहबानी करे-
देश भक्ति के नशे में चूर ज़िंदाबाद है-
खूब इतरा लो अमीरी पर मगर सच है यही-
इस धरा पर श्रम का कोहिनूर ज़िंदाबाद है...