आज के युवा औरों की सोच ढोने की बजाय अपनी सोच कैसे बनाएं इस पर काम करने की ज़रुरत है...
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार के साथ आज हैं रंजीत कुमार जो विवेकानन्द स्टडी सर्किल के माध्यम से लोगो में जन चेतना फैलाने का काम कर रहे हैं, वह बता रहे है कि आज युवा अपनी सोच की बजाय दूसरों की थोपी सोच को ढोने को विवश है जिसके कारण युवाओं में तरह-तरह कि विकृतियाँ आ रही है वह बाज़ार और दिखावे से प्रभावित है. वे समाज के बुद्धिजीवी लोगो से युवाओं को दिशा देने और उन्हें जोड़ने का अनुरोध कर रहे हैं ताकि युवाओ के सोच में परिवर्तन हो सके और आज समाज में फैले अराजकता, असहिष्णुता, साम्रदायिकता की भावना भरी है उसमें कैसे बदलाव लाया जाए इस पर मिलकर मिलकर विचार किया जाए. सुनील@9308571702