लटक मटक के झूमें लीचिया लाल-पियर-हरियरिया...लीची फल गीत-
फलों की रानी लीची के कारण मुजफ्फरपुर को स्वीट सिटी के नाम से जाना जाता हैं और इसी के सन्दर्भ में सुनील कुमार एक भोजपुरी गीत सुना रहें है :
लटक-मटक के झूमें लीचिया-
लाल-पियर-हरियरिया-
स्वीट सीटी इहे कारण से कहाले-
मुजफ्फरपुर भईया-
खट्टी मिठी बतिया ई-
बचपन के याद दिलावे-
झूम-झूम के नाचे-
कोयली के कुक सुनावे-
आ जा रे परदेशी बालम-
मिलजुल खाई लीचीया-
कोई कहें फलो की रानी-
कोई कहें दवईया-
बहुते रोग में काम आवे-
लीची खाल सब लोगीया-
विटामिन से भरपूर इ फल बा-
भागी सर्दी बुखरिया-
चैत मास में मोजराये लागे-
बैसाख में लागे फलिया-
जेठ मास तैयार हो जाये-
खाल साथी -संघतिया-
गुणों के खान लीची फल-
शाही चायना बा एकर किसिमिया...