छोटी चिड़िया का श्राप...लघुकथा-
बहुत समय पहले की बात हैं पांडवो को इंद्रप्रस्थ सौंपा गया.राज्य विस्तार एवं सौन्दर्यीकरण के लिए पांडवो ने दिन रात कठोर परिश्रम कर जंगल को काटते चले गए .राज्य के विस्तार लिए उन्हें कुछ भी ध्यान नहीं रहा. जिसके कारण बहुत सारे जीव जंतु नष्ट हो गए .उसी में एक छोटी चिड़िया का पूरा परिवार नष्ट हो गया .छोटी चिड़िया इस बात से बहुत दु:खी हुई और उसके मुँह से श्राप निकल गया कि जिस तरह इंद्रप्रस्थ को सजाने संवारने के लिए किसी जान माल की परवाह नहीं की और मेरा पूरा वंश का विनाश कर दिया उसी प्रकार तुम्हारे पूरे वंश का विनाश हो जायेगा. महाभारत के युद्ध में ऐसा ही हुआ .कौरव पांडव सभी के वंश समाप्त हो गये.इस कारण हमे अंधाधुंध विकास को लेकर जंगल को नष्ट नहीं करना चाहिए .जंगल में कई तरह के प्राणियों का निवास होता है और कुछ ऐसे जीव जन्तु होते हैं जिन्हें पृथ्वी पर रहना बहुत आवश्यक हैं उनके नष्ट होते ही हमारे अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगता हैं .शायद इस कारण भी अलग-अलग जाति के लोग पेड़-पौधे एवं जीव जन्तु को अपना देवता या दूत मानकर उनकी रक्षा करते हैं और संपूर्ण जिव जगत को खुशहाल व बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं. सुनील@9308571702