नीम की टहनियों पर मचल उठा बोर...कविता
ग्राम-छतरपुर, विकासखण्ड-घुघरी, जिला-मंडला,(मध्यप्रदेश) से
मोहन मरावी गीत सुना रहे है :
नीम की टहनियों पर मचल उठा बोर-
आया है ऊमस भरा गर्मी का दौर-
सूरज अब जल्दी ही जाता है-
जाग दिन भर बरसता है धरती पर आग-
हवा नहीं रख पती है गर्मी पर-
गोर लुवो के झोके से झुलस रहा दात-
गर्मी ने दे डाली कपड़ो को मात-
चली गई एसे में ठंडक की ठोर-
आता यदि बादल का टुकड़ा जिस ओर-
फैलाते उसके ही आगे हम हाथ-
थोड़ी सी छाव तभी होती सर मोर-
दिन भर के बाद कही आती जब शाम-
तब जा के मिल पाता मन को आराम-
मगर रात में होती अकुलाहट और...