कलाकार बनते-बनते मनुष्य बेहतर इंसान बन जाता है...
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार सांस्कृतिक सिपाही तपेश्वर लाल विजेता के बारे में बता रहे है, कलाकार बनते -बनते मनुष्य बेहतर इंसान बन जाता हैं | रंगकर्मी तपेश्वर लाल विजेता संस्कृतिकर्मी-समाजसेवी के रुप में पहचान बनानेवाले तपेश्वर मुजफ्फरपुर में कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए “कला श्री” की स्थापना की. बाद में मुजफ्फरपुर में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) ईकाई की स्थापना कर आम लोगो के आवाज उठाने का कार्य किया .शुरुआती दौर में कोयले की चीख ,ऊँचे लोग ,सभ्य साँप जैसे नाटक का मंचन किये .जुग जुग जीओ मेरे लाल, हे तुलसी मईया जैसे भोजपुरी फिल्म में अपने बेहतर अभिनय से विशेष पहचान बनाई .उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन, विनम्रता पूर्वक श्रद्धांजलि। सुनील@9308571702