चाँद की कहानी...
बहुत समय पहले भगवान भोलेनाथ कैलाश पर्वत पर बैठे थे सुबह-सुबह भक्त आये और उन्हें लगातार देख रहे थे इस पर भगवान पूछे क्या खोज रहे हो तो भक्तो ने पूछा प्रभु आपके सर में जो चाँद था कहाँ गया. भगवान ने जवाब दिया कि चन्द्रमा को मुझसे शिकायत थी कि आपके सर में जो गंगा है वो हमेशा बहते रहती है जिससे चन्द्रमा भीग जाती है और गले में सांप, हाथ में त्रिशुल, बाघ की खाल और भस्म लगाये रहते है जो मुझे अच्छा नहीं लगता इस पर भगवान ने चन्द्रमा की इच्छा पूछा इस पर चंदा ने कहा मै उड़ना चाहती हूँ आकाश में रहना चाहती हूँ तो भगवान बोले कि तुमारा तो प्रकाश नहीं है तुम तो खो जाओगी दिखोगी नहीं तब चन्द्रमा ने कहा मै कैसे भी रह लूँगी तब भगवान मान गये तब से चन्द्रमा आकाश में रहती है| सुनील@9308571702