मन करता है सूरज बनकर आसमान में दौड़ लगाऊं...कविता
ग्राम-करकेटा, पोस्ट-जोगा, थाना-उटारी रोड, जिला-पलामू (झारखण्ड) से अकलेश कुशवाह एक कविता सुना रहे है:
मन करता है सूरज बनकर आसमान में दौड़ लगाऊं-
मन करता है चंदा बनकर सब तारो पर हक़ दिखाऊं-
मन करता है बाबा बनकर घर में सब पर दोस जमाऊं-