गुरुनानक देव और सुई की कहानी...
गुरुनानक लाहौर यात्रा पर थे. वहां एक अजीब नियम था कि जिस व्यक्ति के पास जितनी सम्पति होगी वह अपने घर के ऊपर उतने झंडे लगाता था. धुनीचंद के पास 20 करोड़ की सम्पति थी इसलिए उनकी घर की छत पर 20 झंडे थे. धुनीचंद को जब पता चला गुरुनानक लाहौर आये है तो वह उनसे मिलने गया और सेवा का अवसर माँगा तो गुरुनानक ने उसे एक सुई देते हुए कहा कि इसे ले जाइये और अगले जन्म में मुझे वापस कीजिये। धुनीचंद ने सुई ले ली और उसने सोचा की अगले जन्म में यह सुई कैसे ले जा सकूँगा वह वापस गुरुनानक जी के पास गए तब गुरुनानक जी ने कहा जब तुम एक सुई अगले जन्म में नहीं ले जा सकते हो तो इतनी बड़ी सम्पति कैसे ले जा पाओगे इसके बाद उन्होंने दीन दुखियो की मदद करनी शुरू कर दी. सुनील@9308571702