किसी समाज में प्रगति का पैमाना उस समाज में महिलाओं की स्थिति होनी चाहिए: डा आंबेडकर...
वंचितों और महिलाओं के हक़ में आवाज़ उठाने वाले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का निधन 6/12/1956 को हुआ था लेकिन उनके द्वारा कही गई हर बात से हिन्दुस्तान के हर व्यक्ति को प्रेरणा मिलती है बता रहे हैं सुनील कुमार मालीघाट मुजफ्फरपुर बिहार से । वे बता रहे हैं कि जैसे आंबेडकर जी के द्वारा यह कहा गया कि मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता, और भाईचारा सिखाता है । मानव का बौद्धिक विकास मनुष्य अस्तित्व का परम लक्ष्य होना चाहिए । एक महान व्यक्ति प्रतिष्टित व्यक्ति से अलग होता है क्योकि वह समाज का सेवक बनने को तैयार रहता है । किसी भी समाज की प्रगति का पैमाना उस समाज में महिलाओं की स्थिति से आंका जाना चाहिए । सुनील कुमार@9308571702