हिंदी कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द ने साहित्य को कल्पना से उतार कर जीवन की वास्तविकता से जोड़ा...
आधुनिक हिंदी कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द ने साहित्य को कल्पना से उतार कर जीवन की वास्तविकता से जोड़ा। प्रेमचन्द जन्म १८८० में उत्तरप्रदेश के बनारस जिले के छोटे से गाँव लमही के किसान परिवार में हुआ, प्रेमचन्द भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन तथा नई राष्ट्रीय चेनता के प्रतिनिधि है, १९३० में विशाल भारत में उन्होंने कहा कि मेरी सबसे बड़ी अभिलाषा यह है कि हम स्वतंत्रता आन्दोलन में सफल हो, मै दौलत और सोहरत का इच्छुक नही हूँ पर यह जरुर चाहता हूँ कि दो- चार उच्च कोटि की रचनाएँ छोड़ जाऊं जिनका उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्ति हो. प्रेमचन्द की कृतियां प्रतापचन्द्र, श्यामा, कृष्णा, प्रतिज्ञा, सेवासदन, निर्मला, रंगभूमि, कायाकल्प, गबन, कर्मभूमि, गोदान, प्रेमपूर्णिमा आदि रचनाएँ रही| सुनील कुमार@9308571702.