गाम के आधिकारी तोहे बड़का भैया हो...सामा चकवा गीत
मालीघाट,जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक पारम्परिक सामा चकवा लोक गीत सुना रहे है जिसमें गाँव के अधिकारी से गांव में तालाब खुदवाने का अनुरोध किया जा रहा है, सामान्यत: यह गीत गांव की महिलाओं के द्वारा गाया जाता है :
गाम के आधिकारी तोहे बड़का भैया हो, तोहे बड़का भैया हो-
ओ भैया दस पांच पोखरा खोनाई दिह चंपा फूल लगाई दिह हो-
भैया लोभएल भौजी हार गुथु हे-
आहे सेहो हार पहिर बड़की बहिनी-
साम चकेबा खेलत हे...