आज है मन चाहता लौट आऊं मैं...नदी पर कविता
जिला-मुज़फ्फरपुर बिहार से सुनील कुमार नदी पर आधारित कविता सुना रहे हैं:
आज है मन चाहता लौट आऊं मैं-
तुम्हारी स्नेह सिंचित सी वाटिका में-
और तुम्हारे तीर आकर फिर नहा लूँ-
गुन्गुना लूँ खिलखिला लूँ – फिर कुलांचे मारता सा एक बचपन-
तट बंधी एक नाव का तटबंध को ले-
मछलियों सी नाव नदियों में मचलती जा रही हो...