उपकार का बदला उपकार...कहानी
मालीघाट, जिला-मुज्जफरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक कहानी सुना रहे हैं. बहुत समय पहले की बात है एक बार जंगल में शेर के पैर में काँटा चुभा था जिसे वह निकाल नहीं पाया और उसने काफी प्रयास कर एक गडरिये की मदद ली और काँटा निकाला। एक बार राजा के घर में चोरी हुआ जिसका शक गडरिये पर गया और उसे दंड स्वरूप उसी जंगली शेर के सामने डाला गया जिससे वो उसे खा जाये लेकिन उस शेर को गडरिये का किया हुआ अहसान याद था और उसने गडरिये से अच्छा बर्ताव किया और यह देखकर राजा ने भी उसे छोड़ दिया इस तरह से उपकार का बदला उपकार से चुकाया| इससे हमे सीख मिलती है कि हम आपस में अच्छा व्यवहार कर सुंदर समाज बना सकते हैं | सुनील कुमार@9308571702