नाना री सिक्कि सी मोटोर थे वायतोना : एक गोंडी गीत
चन्द्रकुमार धुरवा अंतागढ़ जिला कांकेर छत्तीसगढ़ से है जो एक गोंडी गीत गा रहे हैं| इस गीत का अर्थ है एक लडकी जंगल में रहती है और वह मोटर गाड़ी में बैठकर घूमने जाना चाहती है पर उसके गाँव में मोटरगाड़ी नही चलती है | गीत के बोल है:
नाना री सिक्कि सी मोटोर थे वायतोना
ना जिला कांकेर भीग तोन हो रेला
नाना सायकिल पोयसी पेरकिला वायतोना
नाना सायकिल पोयसी पेरकिला वायतोना
ना जिला कांकेर नाना री
सिक्कि सी मोटोर थे वायतोना
नाना री सिक्कि सी मोटोर थे वायतोना
ना जिला कांकेर भीग तोन हो रेला …।