धरती दाई के माटी ला बन्दौं, माथे तिलक लगाय...किसान गीत
ग्राम-नयगवां, पंचायत-नंदराम, विकासखंड-मवई, जिला-मंडला, मध्यप्रदेश से धनसिंह परते एक गीत गा रहे हैं. जब लोग कंधे पर हल रखे और बैलों के साथ खेत में जाते हैं तब धरती पूजन के समय यह गीत गाया जाता है:
धरती दाई के माटी ला बन्दौं, माथे तिलक लगाय-
शीश नवाय करों मैं पूजा, कृपा करो मोरी माँ-
हे धरती दाई ! मैं तोर पइयां लगों थउआं-
मोर उपकार कर दे-
सेवा जोहारऊँ ओ, धरती दाई सेवा जोहारऊँ माँ-
मोरे धारण करइया जन्म देवइया दाई सेवा जोहारऊँ माँ-
तोर गोंदी मा गंगा नहाथन ता निर्मल जल मा नहाथन ओ दाई-
तोर गोंदी मा खेलकूद के तोर हम पूत कहा थौं-
माँ सबके तारनहार, धारण करइया-जन्म देवइया दाई सेवा जोहारऊँ माँ-
मोर पालन करइया दाई, जन्म देवइया दाई सेवा जोहारऊँ माँ-
तोर पेट में हीरा-मोती, तोर में चांदी-सोना-
वरन-वरन फल-फूल खिलत मा मइया यों ना कोना-
माँ रत्नन के भण्डार, धारण करइया जन्म देवइया दाई सेवा जोहारऊँ माँ...