पढ़ ला-लिखलके होला जग में अदरवा, हो बिरनवां सुनि ल ना...शिक्षा गीत
ग्राम-लेड़हां, ब्लॉक-नवगढ़, जनपद-चन्दौली, उत्तरप्रदेश से रामकृष्ण जी शिक्षा पर आधारित एक जागरूकता गीत प्रस्तुत कर रहे हैं :
पढ़ ला-लिखलके होला जग में अदरवा-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
अनपढ़ के माटी जनमवां, हो बिरनवां सुनि ल ना-
कोयल के बिना सोहे ना, बसन्त के यौवनवां,हो बिरनवां सुनि ल ना-
स्वाती बिन ना चातक सपनवां, हो बिरनवां सुनि ल ना-
बिना गुलशन नाहीं सोहेला चमनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
त सोहे चाँद बिना न गगनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
तनवां क शोभा नाहीं सोना-गहनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
केवल गरवा के झुलनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
अबहीं ल चेत बीरन, सुघर सपनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
पढ़ही के भेजा ललनवां, हो बिरनवां सुनि ल ना-
शिक्षा के ज्योति जाके घर-घर जलावा-
हो बिरनवां सुनि ल ना-
चम-चम चमकी तब वतनवां, हो बिरनवां सुनि ल ना – लिखें रामकृष्ण यादव जुलमी तरनवां, हो बिरनवां सुनि ल ना-
बाटे लेड़हा में मकनवां-
हो बिरनवां सुनि ल ना -