नाहीं रोके पर वो नुनिगे, जीबे ससुर घर...विवाह गीत
बोकारो झारखंड से पूजा कुमारी के गीत का सन्दर्भ ये है कि शादी के समय बेटी के मन में माता पिता के प्रति क्या भाव होते हैं:
सुनी रे हे रे बाबा जग ये गोटेरा, दादा रे जग ये गोटेरा
मडवा तरे दुलरी बाहिन, चोरी हतोय
सोनियेगे एगे बाहिन, चाहे जग वो गोटेरा
नाहीं रोके पर वो नुनिगे, जीबे ससुर घर
सुनियेगो एगोमाया आज लोका रखिए तो, हमरा लोका रखिये तो
छोटा ले पालेले-पोसले, भेजिए का ही ना
माई गो भेजिहे काहे न
लागा रखिए आज बबुगो सात गो केवाड़, बबुगो सात गो केवाड़
मडवा तरे दुलरी बहिन चोरी हतोय
मडवा तरे दुलरी बेटी चोरी हतोय
चाहे लागाय रखिबो नुनिगे, सात गो केवाड़
नाहीं रोके पर वो दुलरी, जीबे ससुर घर
नाहीं रोके पर वो बेटीगे, जीबे ससुर घर