तोहार देशवा गुलाम होई जाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी...भोजपुरी गीत
सुनील कुमार भारतीय नाट्य संघ (इप्टा), मुजफ्फरपुर (बिहार) में चल रहे प्रेमचन्द्र समारोह से संगीतकार व फिल्मकार डॉ.कु.विरल से एक भोजपुरी गीत रिकॉर्ड करवा रहे हैं:
तोहार देशवा गुलाम होई जाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
तोहके आके अब केहू बा बचाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
गाछ बीज पेटेंट बा गंगा के पानी, खाद डीजल महँगा बा, सुनि ला कहानी
तोहरा खेतवा में बिया ना बोवाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
तोहर देशवा गुलाम होई जाई........
कल-कारखाना बंद खेती-बाड़ी उजडल, नौकरी के चक्कर में जन-समूह उमडल
तोहर रेत-रेत गरदन कटाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
तोहर देशवा गुलाम होई जाई...
पेप्सी-कोला, थम्सप औ बियर पिलाई, हाथे-हाथे तोहके मोबाइल धराई
तोहके सपना में मारुति देखाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
तोहर देशवा गुलाम होई जाई...
कवि-साहित्यकार सब पेटेंट हो गइले, बुद्धिजीवी विदेशियन के एजेंट हो गइले
अब त लफुआ चुनाव जीत जाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी
काहे बइठल तू लेवे ला जम्हाई, लड़ाई तोहरा लेवे के परी