अना परदेशी वातोना भाई रो अना परदेशी वातोना...आदिवासी गोंडी गीत
भगवानदास मर्सकोले , धावडी, तहसील खालवा , जिला खंडवा , मध्यप्रदेश से एक गीत गा रहे हैं जिसका मतलब है कि एक जगह से दूसरे जगह जाने पर हमें बदली हुई जीवन पद्धतियां देखने को मिलती हैं, मसलन वेशभूषा से लेकर बोली भाषा तक :
अना परदेशी वातोना भाई रो अना परदेशी वातोना-
निवा ये जीप ते नयो-नयो लोगड नयो-नयो लोगड रो-
निवा ये जिला ये उडिले वातोना वातोना रो-
निवा ये जिला ते नयो-नयो दिकड़ी रो – निवा ये जिला ते नयो-नयो गाडी रो – भाई अना परदेशी वातोना....