निंदो जगादे रे,निंदो जगादे सांगो बाई भैया न निंदो जगादे...गोंडी गीत
ग्राम आलमपुर पोस्ट पाथाखेड़ा तहसील जिला बैतूल (म.प्र.) से नीलम यादव जी एक गोंडी गीत गा रही है इस गीत का अर्थ है ननद अपनी भाभी से कह रही कि भैया को नीद से जगा दो और खाना भी बन गया है गीत के बोल है – निंदो जगादे रे,निंदो जगादे सांगो बाई भैया न निंदो जगादे
जौड़ी अनी कुसरी अनी गौहक न साडी निंदो जगादे रे निंदो जगादे
गाँव वाले भैया न निंदो जगादे निदो जगादे रे ।
ओ,ओ,ओ ये, ये,निंदो जगादे रे,निंदो जगादे सांगो बाई
भैया न निंदो जगादे जगादे रे निदो जगादे
गाँव वाले भैया न निंदो जगादे निंदो जगादे ।
मक्का न साडी अनी जनाना न भाजी निंदो जगादे निंदो जगादे
गाँव वाले भैया न निंदो जगादे रे निंदो जगादे रे ।