बोलवासी आधी रात भगदड़ माहोले भैया न बगीचा ते बोलवासी...गोंडी गीत
ग्राम चिखली तहसील शाहपुर जिला बैतूल (म.प्र.)से आशा इवने एक गोंडी गीत गा रही है गीत के बोल है:
बोलवासी आधीरात भगदड़ माहोले भैया न बगीचा ते बोलवासी
बोल वासी आधी रात भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी
माहोले भैया न सिता बगीचा माहोले भैया न सिता बगीचा
सिता था फूल जकाजोर भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी।
माहोले भैया न संतरा बगीचा माहोले भैया न संतरा बगीचा
संतरा का फूल जकाजोर भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी ।
बोलवासी आधी रात भगदड़ मावा बगीचा थे बोलवासी ।
माहोले भैया न नीबू बगीचा माहोले भैया न नीबू बगीचा
नीबू था फूल जकाजोर भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी ।
बोल वासी आधी रात भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी ।
माहोले भैया न जाम था बगीचा माहोले भैया न जाम था बगीचा
जाम फूल जकाजोर भगदड़ मावा बगीचा थे बोल वासी ।
इसका हिन्दी अनुवाद -कौन आया आधी रात भगदड़ में मेरे भैया के बगीचे में। मेरे भैया का संतरा बगीचा, संतरा का फूल जकाजोर भगदड़ मेरे बगीचे में कौन आया ।