गांव घर में आंधे रात्रिकृष्ण दिन कर अंधियारे...येशु महसी गीत
प्रदीप एक्का, मनिंद्रगढ़ मध्यप्रदेश से एक महसी गीत सुना रहे हैं:
गांव घर में आंधे रात्रिकृष्ण दिन कर अंधियारे,
येशु महसी के वचन को हर कोनो कोने में फैला दूंगा,
एरिया में आंधे रात्रिकृष्ण दिन कर अधियारे, येशु महसी के वचन को हर कोनो कोने में फैला दूंगा...