आप शिक्षक पर दर्शक आपके चरणों में शीश झुका आएंगे दान विद्या करते रहते आप हैं...
शिक्षक दिवस पर गीत सुना रहे हैं :-
आप शिक्षक पथ प्रदर्शक आपके चरणों में शीश झुकाएं हम
दान विद्या करते रहते आप हैं अज्ञानता का हर लेते संताप हैं
ज्ञान से मिलती है सबको जिंदगी जान से होती है अपनी उन्नति
ज्ञान है वह ज्योति जो ना हो कभी कम आपके चरणों में शीश झुकाए हम
प्रथम गुरु मां बाप हमें कहलाते हैं थाम के अंगुली हमें चलाते हैं...