छु कर पढ़े खिताबें देखो दृष्टिहीन उन्नति करते...गीत
सुरेन्द्र पाल, तहसील-मरेरू, जिला-बांदा उत्तरप्रदेश से सीजी नेट के श्रोताओं को गीत सुना रहे हैं:
छु कर पढ़े खिताबें देखो दृष्टिहीन उन्नति करते पढ़ लिखकर आगे बढ़ते-
छु कर पढ़े खिताबें देखो दृष्टिहीन उन्नति करते पढ़ लिखकर आगे बढ़ते-
अठारह सनों मे जनवरी चार खाँस के कुकरे गाँव मे जार – जावड़ इददुम दिल आऊ तयार साइमन बेल पिता लगते पढ़
दृष्टिहीन उन्नति करते पढ़ लिखकर आगे बढ़ते-
अठारह साल में दृष्टि गवाई पढ़ लिख ऐसी लिपि बनाई छः अक्षर भाई-
लिखने में उलटी चलते पढ़ लिखकर आगे बढ़ते...
@8736053567.