काशी कर हवय हमार भोला,हमर गुरुजी के आँख नहीं है...गीत-
पंकज कुमार,जिला-कोरिया (छत्तीसगढ़) से गीत सुन रहे हैं:
काशी कर हवय हमार भोला,हमर गुरुजी के आँख नहीं है-
फिर भी तेज देखवैया ,हमर भोला-
हमर गुरुजी के कान नहीं है, हमर गुरुजी के कान नहीं है-
फिर भी तेज सुनवैया हमर भोला-
हमर गुरुजी के पाँव नहीं है ,हमर गुरुजी के पाँव नहीं है-
फिर भी तेज चलवैया हमर भोला...