हमने आंगन नहीं बोहरा...भजन-
बड़वानी, मध्यप्रदेश से सुरेश कुमार एक गीत सुना रहे हैं:
हमने आंगन नहीं बोहरा-
कैसे आयेंगे भगवान-
मन का मैल नहीं रे उतारा-
कैसे आयेंगे भगवान-
हर कोने कलमसाल की लगी हुई है ढेरी-
नहीं ज्ञान की किरण कही है-
हर कोठारी है अँधेरी-
आंगन चौबारा अँधियारा कैसे आयेंगे भगवान...